मोहिनी एकादशी: महत्व, कथाएं और उपवास का महत्व

Veda
0
मोहिनी एकादशी

हिन्दू धर्म  में एकादशी तिथि का बहुत ही बड़ा महत्व है| एकादशी जो की भगवन विष्णु को समर्पित है, हर माह में दो बार आती है कृष्णा पक्ष और शुक्ल पक्ष| मोहिनी एकादशी हिंदी माह वैशाख के शुक्ल पक्ष में मनाया जाता है जो की भगवन विष्णु के स्त्री रूप मोहिनी को समर्पित है|  


इस एकादशी का महत्व भगवन विष्णु के मोहिनी अवतार जो की उन्होंने समुद्र मंथन के समय अमृत देव और दानव के बीच बाटने के लिया था| इसलिए इस एकादशी को अमृत सिद्धि एकादशी भी बोला जाता है | मान्यताओं के अनुसार जो भी मनुष्य इस दिन व्रत रखता है उसे मोक्ष की प्राप्ति होती है | 


मोहिनी एकादशी को लेकर बहुत सारी मान्यताएं है उनमे से एक धर्मराज युधिष्ठिर और ऋषि वशिष्ठ की है | ऋषि वशिष्ठ  ने युधिष्ठिर को यह व्रत का पालन करने की सलाह दी थी ताकि वो अपने पाप से मुक्ति पा सके| 


उपवास के अलावा, भक्त मोहिनी एकादशी पर भगवान विष्णु की पूजा करते हैं। वे प्रार्थना करते हैं और सुख, समृद्धि और आध्यात्मिक ज्ञान के लिए उनका आशीर्वाद मांगते हैं। यह भी माना जाता है कि इस दिन जरूरतमंदों को भोजन, वस्त्र और अन्य आवश्यक वस्तुओं का दान करने से अपार पुण्य की प्राप्ति होती है।





मोहिनी एकादशी 2023 शुभ मुहूर्त (Mohini Ekadashi 2023 Shubh Muhurat)

हिंदू पंचांग के अनुसार, वैशाख शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि 30 अप्रैल 2023 रात्रि 08 बजकर 28 मिनट से शुरू होगी और इसका समापन 01 मई 2023 को रात्रि 10 बजकर 09 मिनट पर होगा। उदया तिथि के अनुसार, यह व्रत 1 मई 2023, सोमवार के दिन रखा जाएगा। पंचांग में व्रत पारण का समय 02 मई को सुबह 05 बजकर 40 मिनट से सुबह 08 बजकर 19 मिनट के बीच निर्धारित किया गया है।


Post a Comment

0Comments

Post a Comment (0)